करंजी ये महाराष्ट्र की बहुत प्रसिद्ध डीश हैं । मीठे के रूप में इसे सुखे नारियल/ मावा/ गीले नारियल इत्यादि कि भरावन बनाकर बनाते हैं परंतु मटर के मौसम में अर्थात ठंड के मौसम में जब मटर बहुतायत में उपलब्ध होती है तब खासकर नमकीन मटर करंजी बनाई जाती है । सब लोगों के बनाने के तरीके में भिन्नता हो सकती हैं । मैं मेरा मटर करंजी बनाने का तरीका यहाँ दे रही हूँ ।
सामग्री
बाहरी आवरण के लिये
१ कटोरी मैदा
१/२ कटोरी बारीक रवा
नमक स्वादानुसार
एक चुटकी काली मिर्च पावडर
१ व १/२ बड़ा चम्मच गरम तेल (मोयन)
बाहरी आवरण के लिये
१ कटोरी मैदा
१/२ कटोरी बारीक रवा
नमक स्वादानुसार
एक चुटकी काली मिर्च पावडर
१ व १/२ बड़ा चम्मच गरम तेल (मोयन)
भरावन सामग्री
३ कटोरी ताजी मटर के दाने
१ छोटा प्याज बारीक काटकर
३-४ लहसुन की कलिया
१/२ छोटा चम्मच अदरक कद्दुकस किया हुआ।
२ या ३ हरी मिर्च (या आप जितना तीखा खाना पसंद करें)
१ बड़ा चम्मच तेल
एक चुटकी जीरा
२ चम्मच नींबू का रस
१ चम्मच शक्कर
१/२ चम्मच गरम मसाला (ऐच्छिक)
नमक स्वादानुसार
३ कटोरी ताजी मटर के दाने
१ छोटा प्याज बारीक काटकर
३-४ लहसुन की कलिया
१/२ छोटा चम्मच अदरक कद्दुकस किया हुआ।
२ या ३ हरी मिर्च (या आप जितना तीखा खाना पसंद करें)
१ बड़ा चम्मच तेल
एक चुटकी जीरा
२ चम्मच नींबू का रस
१ चम्मच शक्कर
१/२ चम्मच गरम मसाला (ऐच्छिक)
नमक स्वादानुसार
तलने के लिये तेल
विधि
रवा और मैदा में नमक और काली मिर्च पाउडर मिलाएं । गर्म तेल का मोयन डालें और धीरे धीरे पानी डालकर ना ज्यादा सख्त ना ही नरम ऐसा आटा गूृथे।(रवा डला होने से आटा फूलेगा व सख्त हो ही जायेगा ये ध्यान रखें)।
रवा और मैदा में नमक और काली मिर्च पाउडर मिलाएं । गर्म तेल का मोयन डालें और धीरे धीरे पानी डालकर ना ज्यादा सख्त ना ही नरम ऐसा आटा गूृथे।(रवा डला होने से आटा फूलेगा व सख्त हो ही जायेगा ये ध्यान रखें)।
इस आटे को आधे घंटे के लिये डिब्बे में या गीले कपड़े से ढककर रखे।
ताजी मटर के दाने, लहसुन, हरी मिर्च और अदरक को मिक्सर में हल्का दरदरा पीस ले। (ध्यान रहे हमें इसकी पेस्ट नहीं बनानी है )
कढ़ाई में तेल गर्म करें उसमें जीरा डालें तत्पश्चात प्याज डालकर ३-४ मिनट तक भूने। अब दरदरे पीसे हुए मटर के दाने मिलाएं ।
नमक और शक्कर डालें । अच्छे से हिलाए और दो तीन मिनट तक पकने दें ।
अब यदि आप चाहे तो इसमें गरम मसाला भी डाल सकते हैं ।
गैस बंद कर दे व अब नींबू का रस डालें और अच्छे से मिला लें । (नींबू का रस डालने के पश्चात बिल्कुल भी पकाना नहीं है अन्यथा नींबू का रस कड़वापन ला देता है )
आपका भरावन तैयार है इसे थोड़ा ठंडा होने के लिए रख दे ।
भरावन ठंडा हो जाए तब मैदे की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर पूरी बेले, भरावन सामग्री भरे और करंजी का आकार दें। (चित्र देखें) किनारे सील करें ताकि तलते समय भरावन बाहर ना निकले।
इसी तरह सारी करंजी बनाकर तैयार कर ले परंतु उन्हें सूखने ना दे इसके लिए हल्के गीले (पूरी तरह से निचोड़ कर )कपड़े से ढक कर रखें ।
कढ़ाई में तेल गर्म कर ले और एक ही समय में दो-तीन करंजी डालकर मध्यम आँच में सुनहरा होने तक तले ।
केचप या हरी चटनी के साथ परोसे ।
इसी तरह सारी करंजी बनाकर तैयार कर ले परंतु उन्हें सूखने ना दे इसके लिए हल्के गीले (पूरी तरह से निचोड़ कर )कपड़े से ढक कर रखें ।
कढ़ाई में तेल गर्म कर ले और एक ही समय में दो-तीन करंजी डालकर मध्यम आँच में सुनहरा होने तक तले ।
केचप या हरी चटनी के साथ परोसे ।
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