सोमवार, 10 दिसंबर 2018

Imarati /Jangir /


इमरती भारत के कई प्रदेशों में बनाई और खाई जाती है बस इसके नाम अलग-अलग है । थोड़ा कम या ज्यादा पर बनाने की विधि और सामग्री भी करीबन एक ही है । राजस्थान में इसे इमरती कहा जाता है तो कन्नड में इसे जंगीर.. नाम कुछ भी हो स्वाद तो वही रसीला मुंह में रखते से अहा!!! निकलने वाला 😊




८-१० इमरती बनाने के लिए
सामग्री
१०० ग्राम उड़द दाल ( बिना छिलके वाली )
१ चम्मच कॉर्न फ्लोर
१ चम्मच चावल का आटा
२ कटोरी शक्कर
१ कटोरी पानी
एक चुटकी केसरी रंग
एक चौथाई चम्मच इलायची पाउडर
कुछे धागे केसर के
पाइपिंग बैग या साफ पॉलिथीन बैग ।
तलने के लिए शुद्ध घी

विधी

उड़द की दाल को कम से कम 4 घंटे के लिए पानी में भिगोकर रखें ।
इस दाल को निथारकर (पूरा पानी निकाल कर) मिक्सर में महीन पेस्ट बना ले ।(आवश्यकता पड़ने पर दाल पीसते समय एक-एक चम्मच पानी डाल सकते हैं परंतु ध्यान रहे हमें पेस्ट गाढा ही रखना है ।)



एक बर्तन में शक्कर और पानी लेकर उबालने के लिए रखें । इसमें केसर के धागे डालें ।
इसे उबलने दें । हमें चाशनी बनानी है , चाशनी एक तार से कम वाली होनी चाहिए ।
चाशनी तैयार होने पर गैस से हटा दे और इलायची पाउडर डालकर ठंडा होने दें ।

अब पीस कर रखी हुई उड़द दाल में एक चुटकी रंग, एक चम्मच कॉर्नफ्लोर और एक चम्मच चावल का आटा मिलाएं ।

इलेक्ट्रिक बीटर या हाथ से इसे ३-४  मिनट तक अच्छे से फेटे ।
फेंटने की प्रक्रिया करना बहुत ही आवश्यक है इससे घोल हल्का हो जाएगा ।  घोल अच्छा हल्का हो गया है अथवा नहीं यह जांचने के लिए एक कटोरी में पानी ले और घोल की एक बूंद उसमें डालें यदि वह पानी में तैरने लगती है इसका मतलब है घोल अच्छे से फेटा गया है और यदि वह तली में बैठ जाती है तो इसका मतलब है घोल को और फेटने की आवश्यकता है ।



तैयार घोल को पाइपिंग बैग में नॉर्मल नोझल लगाकार उसमें भरे ( जैसे केक की आइसिंग के समय करते हैं ) पाइपिंग बैग ना होने पर एक अच्छी साफ पॉलिथीन ले उसमें घोल भरे और एक कोना एकदम बारीक काटे जिस तरह से मेहंदी का कोन बनाया जाता हैं।

एक उथली कढ़ाई में शुद्ध घी गर्म करने के लिए रखें। घी गर्म हो जाने पर आंच मध्यम कर दे और वीडियो में  दिखाये अनुसार सीधे घी में ही घोल को पॉलिथीन को दबाकर घोल को  इमरती का आकार दे। इस इमरती को दोनों तरफ से धीमी आंच पर ही कुरकुरा होने तक तलें।



तली हुई इमरती को तुरंत तैयार की हुई चाशनी में डालें व एक मिनट तक रखें और फिर निकाल कर किसी प्लेट में रख दें ।
इसी तरह सारी उम्र रतिया तैयार कर ले । आप चाहे तो बड़ी कढ़ाई  लेकर उसमें एक ही समय में तीन-चार इमरती भी तल सकती है परंतु उस में कढ़ाई में  घी की मात्रा थोड़ी अधिक लेनी पड़ती है। मैंने एक एक इमरती ही बनाई है ।




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