दीया / आटे के दीये
आषाढ़ माह की अमावस्या को दीये कि अमावस्या के नाम से जाना जाता है। महाराष्ट्रियन संस्कृति में इस दिन गुड़ व आटे के दीये बनाकर उनकी पूजा की जाती हैं।
समाग्री
गेहू का मोटा /दरदरा लड्डू के लिये इस्तेमाल करते हैं वो आटा करीबन २ काटोरी
गुड २ बड़े चम्मच (चाहे तो ज्यादा ले )
घी /तेल २ बड़े चम्मच
गर्म पानी ३/૪ कटोरी
चुटकी भर नमक और सोडा
गुड को गरम पानी में घोल के ठंडा करे
अाटे में घी या तेल का मोयन डाले, सोडा और नमक डाले।
अब गुड का पानी मिलाकार कठ्ठा आटा गुथ ले।
आवश्यकता हो तो और आटा ले सकते हैं (यदी आटा ढ़िला लगे तो)
अब इससे छोटे छोटे गोले लेकर दीये का आकार बनाये और इडली स्टैंड में या छलनी में १० मिनट के लिये भाप में पकाये .. तैयार हैं दीये ..इन्हे घी के साथ खाते हैं ।
आषाढ़ माह की अमावस्या को दीये कि अमावस्या के नाम से जाना जाता है। महाराष्ट्रियन संस्कृति में इस दिन गुड़ व आटे के दीये बनाकर उनकी पूजा की जाती हैं।
समाग्री
गेहू का मोटा /दरदरा लड्डू के लिये इस्तेमाल करते हैं वो आटा करीबन २ काटोरी
गुड २ बड़े चम्मच (चाहे तो ज्यादा ले )
घी /तेल २ बड़े चम्मच
गर्म पानी ३/૪ कटोरी
चुटकी भर नमक और सोडा
गुड को गरम पानी में घोल के ठंडा करे
अाटे में घी या तेल का मोयन डाले, सोडा और नमक डाले।
अब गुड का पानी मिलाकार कठ्ठा आटा गुथ ले।
आवश्यकता हो तो और आटा ले सकते हैं (यदी आटा ढ़िला लगे तो)
अब इससे छोटे छोटे गोले लेकर दीये का आकार बनाये और इडली स्टैंड में या छलनी में १० मिनट के लिये भाप में पकाये .. तैयार हैं दीये ..इन्हे घी के साथ खाते हैं ।
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