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सोमवार, 21 जनवरी 2019

Bajara Khichadi / Pearl Millet Khichadi

बाजरे की खिचड़ी 




स्वास्थ्य की दृष्टि से खाद्य पदार्थों में बाजरे का एक प्रमुख स्थान है क्योंकि इसमें भरपूर पोषक तत्व पाए जाते हैं - कैलशियम ,कॉपर आयरन, मैग्नीज ,  मैग्नीशियम,  सेलिनियम,  पोटेशियम और फास्फोरस। यह पोषक तत्व हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है । इसे हाई एनर्जी फूड भी कहा जाता है
मैं यहां बाजरे की खिचड़ी बनाने की विधि बता रही हूं।   बाजरा  खिचड़ी मुख्यतः ठंड में बनाकर खाई जाती है । कुछ लोग इसे बिना लहसुन के ही बनाते हैं ।  आप चाहे तो इसमें से लहसुन हटा सकते हैं बाकी विधि समान रहेगी ।
सामग्री
१ कटोती बाजरा
१/२ कटोरी हरी मूंग दाल (छिलके वाली)
१/२ कटोरी चावल
२ हरी मिर्च
८-१० लहसुन कलिया
१/२ इंच टुकड़ा अदरक
१ बड़ा टुकड़ा गुड़
४ बड़े चम्मच तेल/घी
१/२ चम्मच राई
१/२ चम्मच जीरा
दो चुटकी हींग
१ छोटा चम्मच हल्दी पावडर
१ छोटा चम्मच लाल मिर्च पावडर या २ सूखी लाल मिर्च
१ छोटा चम्मच गरम मसाला
स्वादानुसार नमक
परोसने के लिये मक्खन (बटर) या घी।


विधि 

बाजरे को २-३ चम्मच  पानी डालकर गीला कर के ५-७ मिनट के लिये रखें। अब इन्हें मिक्सर में  पल्स पर घुमाए(१-२ सेकंड के लिये ३-૪ बार घुमाए) इससे बाजरे के छिलके निकल जायेंगे व टुकड़े भी हो जायेंगे।

इस बाजरे को हाथों से मसलकर थाली में कुछ देर ( अाधा  एक  घंटा ) सूखने दे। फिर इन्हें फटककर सारे छिलके अलग कर दे। ये बाजरा उपयोग में लेने के लिए तैयार है ।

अब इस बाजरे को 4 से 5 घंटे के लिए पर्याप्त पानी में भिगोकर रख दे ।  अलग से मूंग दाल और चावल भी भिगो दें ।

भीगे हुए दाल चावल और बाजरे को उससे चार गुना पानी डालकर (अर्थात हमने दो कटोरी सामग्री ली है तो हमें सात से आठ कटोरी पानी डालना होगा) व स्वादानुसार नमक डालकर प्रेशर कुकर में 3 सींटी होने तक पका ले ।

जब तक प्रेशर कुकर ठंडा होता है तब तक अदरक, लहसुन और हरी मिर्च को मिक्सर में पीस लीजिए ।

कढ़ाई में तेल गर्म करें उसमें राई , जीरा, हींग व अदरक-लहसून-हरी मिर्च का पेस्ट डाले।  एक मिनट तक भूनें फिर हल्दी पाउडर व लाल मिर्च पाउडर मिलाए।

कुकर में तैयार बाजरे की खिचड़ी डालकर अच्छे से मिलाए । गरम मसाला डालें। 

आवश्यकता हो तो ही नमक डालें क्योंकि हमने नमक दाल चावल बाजरा पकाते समय डाला था । गुड़ डाले और इस खिचड़ी को धीमी आंच पर चार-पांच मिनट के लिए पकने दें ।

अब यह परोसने के लिए तैयार है इसी समय इसमें एक बड़ा चम्मच घी या बटर डालकर परोसें इससे खिचड़ी का स्वाद दुगुना हो जाता है।

*यदि हम ये खिचड़ी पूरे बटर में ही पकाए तो इसे बटर खिचड़ी के रूप में भी जाना जाता है ।
*इसे और स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए हम इसमें गाजर, मटर व अपनी पसंद की सब्जियां बारीक काट कर डाल सकते हैं उन्हें तड़के में डालकर पहले भूनना होगा। 

शनिवार, 24 नवंबर 2018

Dhapate / Masala Paratha

धपाटे यह एक महाराष्ट्रीयन डिश है पराठे से मिलती-जुलती कह सकते हैं । यह दो तीन प्रकार के अाटे मिलाकर परांठा बनाया जाता है ।
खाने मैं बहुत ही स्वादिष्ट लगते हैं ।




७ से ८ धपाटे बनाने की सामग्री
एक कटोरी गेहूं का आटा
१ बड़ा चम्मच ज्वार का आटा
१ बड़ा चम्मच मक्के का आटा
१ बढ़ा चम्मच बेसन
२ बड़े चम्मच दही
१ चम्मच अजवाइन
१ चम्मच तिल्ली
२ बड़े चम्मच तेल (मोयन)
मुट्ठी भर  हरा धनिया बारीक काटकर
१ चम्मच सौंफ दरदरी कुटी हुई
१/२ छोटा चम्मच लाल मिर्च पावडर
१/२ छोटा चम्मच हल्दी पावडर
१/२ छोटा चम्मच गरम मसाला
१ छोटा चम्मच शक्कर (एेच्छिक)
स्वादानुसार नमक
             व
धपाटे सेकने के लिये तेल

विधि

उपर्युक्त सारी सामग्री को एक गहरे बर्तन में अच्छे से मिलाए और ना ज्यादा सख्त ना ज्यादा नर्म आटा गूंथ ले।  इस आटे को 15 मिनट के लिए ढककर रख दे ।
अब इससे ८ गोले बनाएं ।  एक गोला लेकर उसे रोटी से थोड़ा मोटा  बेले । (पारंपरिक पद्धति में इसे गिले कपड़े पर रखकर हाथों से थपथपा कर बनाया जाता है इसके लिए आटा भी उतना ही नरम गुथना पडता है। )  इस धपाटे को गर्म तवे पर थोड़ा तेल लगाकर दोनों तरफ से अच्छी तरह से सेक ले ।
परोस के समय इसे दही / चटनी  या सब्जी के साथ भी परोस सकते हैं ।
परंतु खाने में यह इतना स्वादिष्ट होता है कि सब्जी की आवश्यकता ही नहीं होती ।



*धपाटे मे बंद गोभी / फूलगोभी या गाजर को कद्दूकस करके आटे में मिला‌कर भी बनाते हैं।



गुरुवार, 22 नवंबर 2018

Ukadapendi

उकडपेंडी

यह महाराष्ट्र की बहुत ही स्वादिष्ट डिशेस में से एक हैं जो मैंने मेरी नानी से सीखी थी। जब भी इसे बनाती हूँ नानी के हाथ की बनी उकडपेंडी याद अाती है व दिल पुरानी यादों में खो जाता है 😊
 यह गेहूँ के दरदरे पीसे हुए आटे से बनती है और बहुत ही कम समय में बनकर तैयार हो जाती है । खाने में तो स्वादिष्ट लगती ही है बनाने में भी बहुत सरल और घर में उपलब्ध सामग्री से आसानी से बन जाती है । वैसे तो इसे नाश्ते के रुप में खाया जाता है परन्तु कभी बनाकर खाये तारीफ किये बिना नहीं रह पायेंगे इस डीश की।



४ लोगों के लिये
सामग्री
४ कटोरी गेहूँ का अाटा मोटा पीसा (दरदरा / लड्डू अाटा )   (करीबन ४०० ग्राम)
१ बड़ा प्याज छोटे छोटे टुकड़ों में काटकर
४ बटके इमली व १ इंच गुड़ का टुकड़ा दोनों २ कटोरी पानी में भिगोकर
२ चम्मच + ३ बड़े चम्मच तेल
१ छोटा चम्मच राई
१ छोटा चम्मच जीरा
२ हरी मिर्च टुकड़ों में काटकर
१/२ छोटा चम्मच हल्दी पावडर
१/२ छोटा चम्मच लाल मिर्च पावडर ( यह मिर्ची के तीखे पन के अनुसार ले यदि हरी‌ मिर्च तीखी हो तो लाल मिर्च पावडर ना डाले।)
१ छोटा चम्मच धनिया पाउडर
स्वादानुसार नमक
सजावट व परोसने के लिये
अनार के दाने , हरी धनिया पत्ती, सूखा / गीला नारियल कद्दूकस किया हुआ व सेव।

विधि

उकडपेंडी बनाने के 10 से 15 मिनट पहले इमली और गुड़ को दो कटोरी पानी में भिगोकर रख ले ।
अब इस इमली को हाथों से मसलकर उसका रस गुड़ के पानी में मिला ले व छानकर(ताकि इमली के टुकड़े अलग हो‌ जाए) अलग रखे।
दो चम्मच तेल कढ़ाई में गर्म करके गेहूं के मोटे आटे को इससे अच्छे से  गुलाबी रंग आने तक सेक कर अलग रखे ।
कढ़ाई में ३ बड़े चम्मच तेल गर्म करें राई और जीरा डालकर तड़कने दे।  हरी मिर्च डालें  । अब इसमें  प्याज डालकर गुलाबी रंग आने तक भून ले।
हल्दी और लाल मिर्च पाउडर व धनिया पावडर मिलाएं ।
भून कर रखा गेहूं का आटा मिलाएं नमक डालें (उकडपेंडी में नमक की मात्रा बाकी दूसरे पदार्थों की तुलना में थोड़ी कम लगती है ।)
दो मिनट तक भूने ।  अब इसमें इमली और गुड़ का पानी छिडकते हुए मिलाए । ढक कर भाप अाने तक पकाए। ( आवश्यकता पड़ने पर थोड़ा और साधा पानी छिड़ककर भाप ले सकते हैं ।)  ये तैयार हैं।
परोसते समय धनिया के पत्ते , अनार के दाने, नारियल और सेव डालकर दही‌ या छास/छाछ के साथ पेश करें।

*इसे गेहूं के सादे आटे से भी बनाया जाता है परंतु वह थोड़ा चिकना लगता है और वह मेरे घर के लोगों को पसंद नहीं आता इसलिए इसे बनाने के लिए मुख्यतः मोटा/ दरदरा पिसा  गेहूं का आटा प्रयोग में लिया है  ।

*इमली के जगह खटाई के लिये पर छाछ का प्रयोग भी किया जा सकता है। या परोसते समय नींबू निचोड़ कर भी, परंतु सब का स्वाद अलग अलग होता है ..