शुक्रवार, 15 मार्च 2019

Lauki Kofte / Bottle gourd Kofte


लौकी के कोफ्ते
इसे मराठी में दुधीभोपला व दुसरा घिया के कोफ्ते भी कहते हैं।  मेरी माँ की रेसिपी जिसमें मैंने कुछ फेरबदल किये थे जिससे कोफ्ते हल्के बने और खाने में भी नरम लगे।
ये मेरी बेटी ने मुझसे सीखाने का आग्रह किया जिसे मैं टाल नही पायी और नतीजा आपके सामने रखें गरमा गरम कोफ्ते जिन्हें देखते ही खाने कि इच्छा हो जाये😊 





४ लोगों के लिये
कोफ्ते बनाने की
सामग्री


१/२ किलोग्राम लौकी
२ बड़े चम्मच दालिया का पावडर(भूने चने को पीसकर) *कम या ज्यादा,  लौकी कितना पानी छोडती हैं उसपर निर्भर करता हैं।
१ चम्मच तेल
१ छोटा चम्मच अजवायन
१/२ छोटा चम्मच हल्दी पावडर
१/२ छोटा चम्मच लाल मिर्च पावडर
स्वादानुसार नमक
कोफ्ते तलने के लिये तेल

ग्रेव्ही बनाने के लिये
२ मध्यम आकार के प्याज कद्दूकस करके
२ मध्यम आकार के टमाटर काटकर
१ चम्मच अदरक लहसुन का पेस्ट
१ चम्मच सूखा नारियल कद्दकस कर के
१ चम्मच खसखस
१/२ चम्मच हल्दी पावडर
१/२ चम्मच काश्मीरी लाल मिर्च पावडर
२ चम्मच धनिया पावडर
१/२ चम्मच गुड़/शक्कर (ऐच्छिक)
३ बड़े चम्मच तेल
१/२ चम्मच गरम मसाला

विधि
लौकी को कद्दूकस कर ले।   इसके पश्चात हाथों से दबा दबा कर सारा पानी निकाल कर अलग रखें ( यह पानी हमें कोफ्ते की ग्रेवी बनाने में उपयोग में लाना है )
अब इस किसकी हुई लोकी में भुने चने का आट  (चित्र में भुने चने दाल या दिखाया है) , अजवाइन, नमक, हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पावडर और तेल मिलाएं ।



अच्छे से मिलाएं इसका घोल हमेशा बनाने वाले भजिये के घोल से गाढ़ा होना चाहिए । ( इसके लिए आप चने के आटे की मात्रा कम या ज्यादा कर सकते हैं । )
कढ़ाई में तेल गर्म करें और इस घोल के छोटे छोटे कोफ्ते तल कर अलग रखें।

ग्रेव्ही बनाने के लिये
कटे हुए टमाटरों को नारियल और खसखस के साथ मिक्सी में पीस लें ।

प्याज को कद्दूकस कर ले ।  कढ़ाई में तेल गर्म करें ।  तेल अच्छे से गर्म हो जाए तब उसमें घिसा हुआ (कद्दूकस) प्याज व अदरक लहसुन का पेस्ट डालें और भूने।

प्याज अच्छे से भून जाने के बाद इसमें तैयार की हुई टमाटर की पेस्ट मिलाएं ।
पुनः तब तक भूने जब तक कि मिश्रण तेल ना छोड़ने लगे । अब इसमें हल्दी पाउडर , धनिया पाउडर , लाल मिर्च पाउडर मिलाएं ।

ल‌ौकी को दबाकर जो पानी निकाला था वह पानी मिलाएं । आवश्यकतानुसार और सादा पानी डालें । ( ग्रेव्ही को थोड़ा पतला ही रखें क्योंकि कोफ्ते डालने के बाद कोफ्ते पानी सोख लेंगे और ग्रेवी गाढी हो जाएगी ।)

नमक और गुड़ डालकर ग्रेव्ही को अच्छे से उबलने दे तत्पश्चात गरम मसाला डालें ।
यदि आपको तुरंत ही सर्व करना है तो कोफ्ते मिलाएं और ५-७ मिनट में ही सर्व करें। यदि खाने में देर हो तो कोफ्ते ग्रेवी में डालकर ना रखें अन्यथा कोफ्ते सारा पानी सोख लेंगे और ग्रेवी बहुत ही गाढी हो जाएगी ।

*कुछ ध्यान रखने योग्य बातें

१) कोफ्ते बनाने का घोल यदि जरूरत से ज्यादा गाढ़ा हो गया तो कोफ्ते कड़क बनेंगे और ग्रेवी में पानी नहीं सोखेंगे।
२) कोफ्ते बनाने का घोल यदि जरूरत से ज्यादा पतला हो गया तो कोफ्ते गोलाकार में ना बनकर चपटे चपटे बनेंगे और अंदर से कच्चे रह जाएंगे।
३)कोफ्ते हमेशा गर्म ग्रेवी में ही और सर्व करने के ५ से १० मिनट पहले ही मिलाने चाहिए )
४) आप चाहे तो आधा चम्मच कसुरी मेथी का चूरा भी ग्रेवी में डाल सकती हैै। 


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बुधवार, 6 मार्च 2019

Kadhi Gole

कढी गोले
महाराष्ट्रियन घरो में बनने वाला ..पकोडे वाली कढी से मिलता जुलता रूप ... हमारे यहा पकोडे तेल में तल कर कढी में नहीं डालते इन गोलो को बनाया जाता हैं . इसे गर्म चावल /रोटी के साथ खाया जाता हैं ऊपर से गरम लहसुन का तड़का डालकर ... यहातक कि बिना किसी रोटी /चावल के भी यह बहुत अच्छा लगता हैं



सामग्री

गोले बनाने के लिये 
चना दाल एक कटोरी (१५० ग्राम)
हरी मिर्च 1-2
लाल मिर्च पाउडर
हल्दी पाउडर
अदरक का टुकडा
लहसुन 3-4 कलिया
एक चुटकी हींग
१ छोटा चम्मच जीरा
एक छोटा चम्मच बड़ी सौफ (एेच्छिक)
नमक स्वादानुसार

कढी के लिये 
छांस(छाछ) 1/2 लीटर (आप दही में पानी मिलाकर उसे अच्छे से हिलाकर (मथ कर ) बना सकते हो )
बेसन एक से  डेढ़ बड़े चम्मच
कढी पत्ते 6-7
एक हरी मिर्च कूटकर (कम तिखी )
हींग एक चुटकी
अदरक किसा हुआ 1 छोटी चम्मच
शक्कर 1 चम्मच
नमक

तडके के लिये 
1 चम्मच तेल
राई
जीरा
2-3 कढी पत्ते
लाल /हरी मिर्च

विधी
चना दाल को 2-3 घंटो के लिये पानी में भीगा दे

फिर पानी पूरा निकालकर गोले के लिये लिखी सारी सामाग्री के साथ मिक्सर में दरदरा पीसकर(बिना पानी मिलाये ) उसके छोटे छोटे गोले बनाकर  रखे .



कढी के लिये लिखी सारी सामग्री को अच्छे से छास में  मिलाये ताकि बेसन की गुठलिया ना रहे इसे गैस पर उबालने के लिये रखे लगातार चलाते रहे ताकी छांस फटे ना ..

जब उबाल आ जाये तो उसमे धीरे धीरे एक एक गोला डालते जाये (बिना कढी  को हिलाये )

इसे 2 मिनट तक  पकाये (बिना हिलाये ) गोले पककर कढी में ऊपर तैरने लगेंगे ..

अब इसमें तड़का  लगाये धानिया से सजाकर परोसे ...




गोलो को खाते समय उन्हे चूरकर उसपर लहसुन का तेल (तड़का) डालकर खाते हैं रोटी /चावल  के साथ या बिना तेल डाले वैसे भी बहुत स्वादिष्ट लगते हैं।

शनिवार, 2 मार्च 2019

Pavbhaji Pizza


Pavbhaji Pizza




Yesterday I had prepared pavbhaji.. N thus is from left over bhaji

For pizza base

1 cup maida
1/2 cup water
1 tsp dry active yeast
1 tsp milk powder
1 tsp sugar
Salt
1 tbsp butter/ refined oil

First in lukewarm  water dissolve sugar n yeast ...  and keep covered in a warm place  i kept inside oven which was already warm because I  boiled Water in it ... .After 10-15 mins yeast will get activated
In a bowl mix maida ,butter,milk powder and knead it with yeast water to  soft dough.Cover this and keep in warm place for 2 hrs(again used microwave) After 2 hrs  atta will become double in size ...

For pizza topping
Bhaji of pavbhaji
chopped tomatoes, capsicum,  corn and salt ,red chilli flakes oregano.





 FIrst preheat oven to 200 degrees.Now take small size ball of dough and roll into  chapati ,Keep thickness as like ,Keep this base on greased baking tray .Now apply a layer of bhaji(pavbhaji ki) and then all veggies of ur choice..  Sprinkle some salt and red chilli flakes.. .Sprinkle pizza cheese and bake for 17-18 mins at 200 degrees  pizza is ready  sprinkle oregano n serve..



गुरुवार, 28 फ़रवरी 2019

Firni/ Firani/ Rice kheer



फिरनी
यह चावल की खीर भी कही जा सकती है परंतु चावल की खीर और फिरनी बनाने की विधि में अंतर होता है इसीलिए स्वाद में भी फर्क पड़ जाता है ।



सामग्री
१ लीटर दूध
१/२ कटोरी बिना पकाये हुए चावल
१ व १/२ कटोरी शक्कर ( आप आपकी पसंद के अनुसार इसकी मात्रा कम या ज्यादा कर सकते हैं )
२ इलायची के दाने
करीबन ४ बूंदे केवड़ा एसेंस
सजावट के लिये काजू बादाम चिरौंजी और केसर के धागे

विधि
चावल को अच्छे से धोकर पर्याप्त पानी में लिए भिगो कर रखें ।
अब छानकर सारा पानी अलग कर दें इन चावलों को किसी सूती कपड़े या पेपर पर रखकर सारा पानी सोख ले इन चावल को अब मिक्सी में बारीक पीसकर रख लगे।
दूध को उबालने के लिए रखें उबालें तब तक उबाले जब तक कि वह अपनी मात्रा काम तीन चौथाई ना रह जाये। *(बीच बीच में से दूध को चलाते रहे ताकि उसके ऊपर मलाई ना जमने पाए )
अब पीसकर रखे हुए चावलों में थोड़ा ठंडा दूध मिलाएं और इसे पेस्ट की तरह तैयार कर ले इस पेस्ट को उबलते दूध में मिलाएं लगातार चलाते रहे ताकि गुठली ना बनने पाए ।
10 से 15 मिनट तक लगातार चलाते हुए इसे पकाए यह गाढ़ा हो जाएगा ।
अब इसमें शक्कर मिला है और शक्कर घुल जाने तक लगातार हिलाते हुए पकाएं ।
इसे गैस से उतार दे ठंडा होने दें तत्पश्चात इलायची के दानों का पाउडर व केवड़ा एसेंस मिलाएं ।
सूखे मेवे से सजाए भीगे हुए केसर के धागे मिलाएं और दो घंटे रेफ्रिजरेटर में सेट होने दे  ठंडा ठंडा परोसे ।

सबसे ज्यादा ध्यान रखने योग्य बात यह है कि चावल मिलाने के बाद इसे लगातार हिलाते रहे अन्यथा वह तली में चिपकने लगेंगे व जल जाएंगे ।





Firni

Ingredients
1  ltr milk
1/2 cup uncooked rice
1 1/2 cups sugar (or as u like)
2 cardamom pd
Almonds n pistachios chironji saffron
App.  4 drops of kewra essence

Method

Wash n Soak rice in water at least 2 hours.
Drain water n dry thoroughly (use news Paper for this)
Now dry grind rice in mixer until Rice is finely powdered.
Bring milk to boil on high flame.... reduce d milk till 3/4 of original quantity. Stir continuously to avoid cream forming on top.
Reduce heat n add powdered rice  (**or u can add rice pd in lil qty.  Of  cold milk..   mix it well n then add to the boiled milk..  Jut to avoid lumps formation)
Stirring continuously for 15 min. till thickened. Add sugar...  Stir till sugar dissolved
Remove from heat.
Add kewda essence n cardamom pd after cooling at room temperature.
Pour into bowl n sprinkle grated badam n pista on top
Set under refrigeration for at least two hours before serving.

शनिवार, 23 फ़रवरी 2019

Peas Karanji / Matar Karanji


करंजी ये महाराष्ट्र की बहुत प्रसिद्ध डीश हैं ।  मीठे के रूप में इसे सुखे नारियल/ मावा/ गीले नारियल इत्यादि कि भरावन बनाकर बनाते हैं परंतु मटर के मौसम में अर्थात ठंड के मौसम में जब मटर बहुतायत में उपलब्ध होती है तब खासकर नमकीन मटर करंजी बनाई जाती है । सब लोगों के बनाने के तरीके में भिन्नता हो सकती हैं । मैं मेरा मटर करंजी बनाने का तरीका यहाँ दे रही हूँ ।



सामग्री
बाहरी आवरण के लिये
१ कटोरी  मैदा
१/२ कटोरी बारीक रवा
नमक स्वादानुसार
एक चुटकी काली मिर्च पावडर
१ व १/२ बड़ा चम्मच गरम तेल (मोयन)
भरावन सामग्री
३ कटोरी ताजी मटर के दाने
१ छोटा प्याज बारीक काटकर
३-४ लहसुन की कलिया
१/२ छोटा चम्मच अदरक कद्दुकस किया हुआ।
२ या ३ हरी मिर्च (या आप जितना तीखा खाना पसंद करें)
१ बड़ा चम्मच तेल
एक चुटकी जीरा
२ चम्मच नींबू का रस
१ चम्मच शक्कर
१/२ चम्मच गरम मसाला (ऐच्छिक)
नमक स्वादानुसार
तलने के लिये तेल


विधि
रवा और मैदा में नमक और काली मिर्च पाउडर मिलाएं ।  गर्म तेल का मोयन डालें और धीरे धीरे पानी डालकर ना  ज्यादा सख्त ना ही नरम ऐसा आटा गूृथे।(रवा डला होने से आटा फूलेगा व सख्त हो ही जायेगा ये ध्यान रखें)। 

इस आटे को आधे घंटे के लिये डिब्बे में या गीले कपड़े से ढक‌कर  रखे।

ताजी मटर के दाने, लहसुन, हरी मिर्च और अदरक को मिक्सर में हल्का दरदरा पीस ले। (ध्यान रहे हमें इसकी पेस्ट नहीं बनानी है )

कढ़ाई में तेल गर्म करें उसमें जीरा डालें तत्पश्चात प्याज डालकर ३-४ मिनट तक भूने। अब दरदरे पीसे हुए मटर के दाने मिलाएं ।
नमक और शक्कर डालें ।  अच्छे से हिलाए और दो तीन  मिनट तक पकने दें ।

अब यदि आप चाहे तो इसमें गरम मसाला भी डाल सकते हैं ।
गैस बंद कर दे व अब नींबू का रस डालें और अच्छे से मिला लें । (नींबू का रस डालने के पश्चात बिल्कुल भी पकाना नहीं है अन्यथा नींबू का रस कड़वापन ला देता है )



आपका भरावन तैयार है इसे थोड़ा ठंडा होने के लिए रख दे ।
भरावन ठंडा हो जाए तब मैदे की छोटी-छोटी गोलियां बनाकर पूरी बेले, भरावन सामग्री भरे और करंजी का आकार दें। (चित्र देखें) किनारे सील करें ताकि तलते समय भरावन बाहर ना निकले।
इसी तरह सारी करंजी बनाकर तैयार कर ले परंतु उन्हें सूखने ना दे इसके लिए हल्के गीले (पूरी तरह से निचोड़ कर )कपड़े से ढक कर रखें ।
कढ़ाई में तेल गर्म कर ले और एक ही समय में दो-तीन करंजी डालकर मध्यम आँच  में सुनहरा होने तक तले ।
केचप या हरी चटनी के साथ परोसे ।



बुधवार, 20 फ़रवरी 2019

Peanuts Chat


मूंगफली के दाने की चाट
पी नट चाट


यह चाट मेरे घर में बेहद पसंद है ।  इसे बनाना भी बेहद आसान है और  ये बहुत कम सामग्री में बन जाती है ।

सामग्री

एक कटोरी मूंगफली के दाने २-३  घंटे पानी में भीगा कर
एक टमाटर बारीक काटकर
एक मध्यम आकार का प्याज काटकर
एक हरी मिर्च बारीक काट कर 
एक चम्मच नींबू का रस
एक चम्मच पीसी हुई शक्कर
एक चुटकी लाल मिर्च पाउडर या चिली फ्लेक्स
स्वादानुसार चाट मसाला
स्वादानुसार नमक ( चाट मसाले में भी नमक की  मात्रा होती है और हमने दाने उबालते समय भी नमक मिलाया था ये ध्यान में रखें ।)
हरी धनिया पत्ती बारीक काट कर 

विधी

भीगे हुए मूंगफली के दानो को एक छोटा चम्मच नमक व दो कटोरी पानी डालकर प्रेशर कुकर में दो सिटी तक उबालें ।
प्रेशर कुकर का प्रेशर हटते ही इन दानों को छलनी से छानकर पानी अलग कर दे। (यह पानी आप किसी दाल/ पराठे का आटा भिगोने में उपयोग में ला सकते हैं याद रहे  इसमें नमक डाला होता है)
इन दानों को इसी तरह छलनी से ठंडा होने दे । जब दाने पूरी तरह से ठंडे हो जाए तब उन्हें एक बड़े बर्तन में निकाल ले।  इन दानों में कटी हुई प्याज , टमाटर और हरी मिर्च मिलाएं।
अब नींबू का रस , पीसी शक्कर, चाट मसाला , नमक और चिली फ्लेक्स मिलाएं । इस सब को अच्छे से मिलाकर प्लेट में निकाले । धनिया पत्ते से सजाकर परोसे ।
  

सोमवार, 21 जनवरी 2019

Bajara Khichadi / Pearl Millet Khichadi

बाजरे की खिचड़ी 




स्वास्थ्य की दृष्टि से खाद्य पदार्थों में बाजरे का एक प्रमुख स्थान है क्योंकि इसमें भरपूर पोषक तत्व पाए जाते हैं - कैलशियम ,कॉपर आयरन, मैग्नीज ,  मैग्नीशियम,  सेलिनियम,  पोटेशियम और फास्फोरस। यह पोषक तत्व हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत उपयोगी है । इसे हाई एनर्जी फूड भी कहा जाता है
मैं यहां बाजरे की खिचड़ी बनाने की विधि बता रही हूं।   बाजरा  खिचड़ी मुख्यतः ठंड में बनाकर खाई जाती है । कुछ लोग इसे बिना लहसुन के ही बनाते हैं ।  आप चाहे तो इसमें से लहसुन हटा सकते हैं बाकी विधि समान रहेगी ।
सामग्री
१ कटोती बाजरा
१/२ कटोरी हरी मूंग दाल (छिलके वाली)
१/२ कटोरी चावल
२ हरी मिर्च
८-१० लहसुन कलिया
१/२ इंच टुकड़ा अदरक
१ बड़ा टुकड़ा गुड़
४ बड़े चम्मच तेल/घी
१/२ चम्मच राई
१/२ चम्मच जीरा
दो चुटकी हींग
१ छोटा चम्मच हल्दी पावडर
१ छोटा चम्मच लाल मिर्च पावडर या २ सूखी लाल मिर्च
१ छोटा चम्मच गरम मसाला
स्वादानुसार नमक
परोसने के लिये मक्खन (बटर) या घी।


विधि 

बाजरे को २-३ चम्मच  पानी डालकर गीला कर के ५-७ मिनट के लिये रखें। अब इन्हें मिक्सर में  पल्स पर घुमाए(१-२ सेकंड के लिये ३-૪ बार घुमाए) इससे बाजरे के छिलके निकल जायेंगे व टुकड़े भी हो जायेंगे।

इस बाजरे को हाथों से मसलकर थाली में कुछ देर ( अाधा  एक  घंटा ) सूखने दे। फिर इन्हें फटककर सारे छिलके अलग कर दे। ये बाजरा उपयोग में लेने के लिए तैयार है ।

अब इस बाजरे को 4 से 5 घंटे के लिए पर्याप्त पानी में भिगोकर रख दे ।  अलग से मूंग दाल और चावल भी भिगो दें ।

भीगे हुए दाल चावल और बाजरे को उससे चार गुना पानी डालकर (अर्थात हमने दो कटोरी सामग्री ली है तो हमें सात से आठ कटोरी पानी डालना होगा) व स्वादानुसार नमक डालकर प्रेशर कुकर में 3 सींटी होने तक पका ले ।

जब तक प्रेशर कुकर ठंडा होता है तब तक अदरक, लहसुन और हरी मिर्च को मिक्सर में पीस लीजिए ।

कढ़ाई में तेल गर्म करें उसमें राई , जीरा, हींग व अदरक-लहसून-हरी मिर्च का पेस्ट डाले।  एक मिनट तक भूनें फिर हल्दी पाउडर व लाल मिर्च पाउडर मिलाए।

कुकर में तैयार बाजरे की खिचड़ी डालकर अच्छे से मिलाए । गरम मसाला डालें। 

आवश्यकता हो तो ही नमक डालें क्योंकि हमने नमक दाल चावल बाजरा पकाते समय डाला था । गुड़ डाले और इस खिचड़ी को धीमी आंच पर चार-पांच मिनट के लिए पकने दें ।

अब यह परोसने के लिए तैयार है इसी समय इसमें एक बड़ा चम्मच घी या बटर डालकर परोसें इससे खिचड़ी का स्वाद दुगुना हो जाता है।

*यदि हम ये खिचड़ी पूरे बटर में ही पकाए तो इसे बटर खिचड़ी के रूप में भी जाना जाता है ।
*इसे और स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए हम इसमें गाजर, मटर व अपनी पसंद की सब्जियां बारीक काट कर डाल सकते हैं उन्हें तड़के में डालकर पहले भूनना होगा।