मोदक ये महाराष्ट्रीय घरों मे बनने वाला , गणेशजी को बेहद पसंद अौर भोग लगाया जाने वाला मीठा माना जाता हैं।
आजकल तरह तरह के मोदक बनाए जाते हैं । मैनें काजू का बाहरी आवरण बनाकर उसमें गुलकन्द व सूखे मेवे का मिश्रण भरा हैं।
७-८ मोदक बनाने के लिये
ऊपरी आवरण के लिये
१ कटोरी काजू
१/२ कटोरी शक्कर
१/२ चम्मच केसर इलायची सिरप ( ऐच्छिक )
१/૪ कटोरी पानी (शक्कर पूरी डूब जाये उतना )
कुछ बूंदें घी
भरावन सामग्री
२ चम्मच गुलकन्द
૪-५ काजू बारीक काटकर
३-૪ बादाम बारीक काटकर
भरावन सामग्री को अच्छे से मिलाकर अलग रखें।
काजू को ग्राइंडर में से पीसकर पाउडर बना ले।
कढ़ाई में शक्कर व पानी गर्म करने के लिये रखें।
शक्कर पूरी पिघल जाने दे। एक तार की चाशनी बनते ही तुरंत आँच धीमी करें व अब इसमें काजू पाउडर डालकर हिलाते हुए तब तक पकाए जब तक कि पूरा मिश्रण किनारे ना छोडने लगे व एक गोले जैसा न बन जाये।
अब इसे एक थाली में ठंडा होने के लिये रखें। ठंडा होने पर हाथों को थोड़ा घी लगाकर इसकी छोटी छोटी गोलियाँ बनाए मोदक के साँचे को भी घी लगाकर चिकना करें। व गोली को फैलाकर मोदक के साँचे में भरें । बीच में १/२ चम्मच भरावन सामग्री का मिश्रण भरें । साँचे को दबाकर बंद करें। हल्के हाथों से साँचे को खोले व धीरे से मोदक अलग करें। ये तैयार हैं। भोग लगाइये अौर आनंद लीजिये ।
आजकल तरह तरह के मोदक बनाए जाते हैं । मैनें काजू का बाहरी आवरण बनाकर उसमें गुलकन्द व सूखे मेवे का मिश्रण भरा हैं।
७-८ मोदक बनाने के लिये
ऊपरी आवरण के लिये
१ कटोरी काजू
१/२ कटोरी शक्कर
१/२ चम्मच केसर इलायची सिरप ( ऐच्छिक )
१/૪ कटोरी पानी (शक्कर पूरी डूब जाये उतना )
कुछ बूंदें घी
भरावन सामग्री
२ चम्मच गुलकन्द
૪-५ काजू बारीक काटकर
३-૪ बादाम बारीक काटकर
भरावन सामग्री को अच्छे से मिलाकर अलग रखें।
काजू को ग्राइंडर में से पीसकर पाउडर बना ले।
कढ़ाई में शक्कर व पानी गर्म करने के लिये रखें।
शक्कर पूरी पिघल जाने दे। एक तार की चाशनी बनते ही तुरंत आँच धीमी करें व अब इसमें काजू पाउडर डालकर हिलाते हुए तब तक पकाए जब तक कि पूरा मिश्रण किनारे ना छोडने लगे व एक गोले जैसा न बन जाये।
अब इसे एक थाली में ठंडा होने के लिये रखें। ठंडा होने पर हाथों को थोड़ा घी लगाकर इसकी छोटी छोटी गोलियाँ बनाए मोदक के साँचे को भी घी लगाकर चिकना करें। व गोली को फैलाकर मोदक के साँचे में भरें । बीच में १/२ चम्मच भरावन सामग्री का मिश्रण भरें । साँचे को दबाकर बंद करें। हल्के हाथों से साँचे को खोले व धीरे से मोदक अलग करें। ये तैयार हैं। भोग लगाइये अौर आनंद लीजिये ।
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